डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 1 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 1

दिल्ली के, एमिटी यूनिवर्सिटी के, गर्ल्स हॉस्टल में,

 

एक लड़की अपने बेड पर बड़ी ही सुकून से सो रही थी, उस को देख कर ऐसा लग रहा था मानो उस के लिए उस की जिंदगी में सोने के अलावा और कोई काम ही ना हो..!

 

वह लड़की बड़ी चेन से सो रही थी कि अचानक से एक लड़की जल्दी जल्दी सीढियों से चल कर आई उस के बालो से पानी टपक रहा था जैसे उस ने अभी कुछ देर पहले ही सिर धोया हो..!

 

उस लड़की ने अपने कमरे मे घुसते ही उस सोई हुई लड़की को देख के कहा, "अरे ये कुमकरण की औलाद कब तक सोती रहेगी..!"

 

फिर उस लड़की ने दुबारा से उस सोई हुई लड़की से कहा, "अरे अरू उठ भी जा, तेरी वजह से हम रोज देर से कॉलेज जाते है, उठ जा मेरी मां और देख, मै तो अपने कपड़े और तौलिया भी हॉस्टल की छत पर सुखाने के लिए फैला आई हु और एक तू है जो अभी तक उठी ही नही है..!"

 

तो वो सोई हुई लड़की यानी उस लड़की की दोस्त अरु ने अपनी दोस्त जानवी से कहा, "क्या यार जानू, थोड़ी देर और सोने दे ना, मै कितना अच्छा सपना देख रही थी..!"

 

और फिर अपनी बात कह कर दूसरी तरफ मुंह कर के दुबारा से सो गई.!

 

अपनी दोस्त अरु की बात सुन कर, अब उस की दोस्त जानवी ने उस से कहा, "क्या मतलब, तू आज भी मुझे कालेज के लिए लेट करवाएगी, उठ जा यार, नही तो वो खडूस प्रोफेसर हमे रोज की तरह आज भी क्लास के बाहर ही खड़ा कर देगा..!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर, अब अरु ने उस से कहा, "अच्छा जानू, बस पांच मिनट और बस इस से एक मिनट भी ज्यादा नही लूंगी..!"

 

अपनी बात कह कर अरु ने दुबारा अपनी चादर को अपने मुंह पर डाल लिया..!

 

अपनी दोस्त अरु की बात सुन कर अब जानवी ने उस से कहा, "पांच मिनट तो बड़ी बात है मै तुझे एक मिनट भी ना दू..!"

 

और फिर अपनी दोस्त अरु के मुंह पर से चादर हटा दिया..!

 

और फिर अपनी दोस्त अरु से गुस्से से कहा, "अगर अगले एक मिनट में तू नही उठी हुई न तो मै, तेरे मुंह पर ठंडे पानी से भरी बाल्टी फेक दूंगी..!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर, अब अरु जल्दी से उठ गई और उस से कहने लगी, "ना..नही, देख मै तो उठ चुकी हु..!"

 

और उठने के बाद अरु ने अपने आप में ही बड़बड़ाते हुए कहा, "नही तो मेरी जानू, मुझ पर पिछली बार की तरह मेरे मुंह पर ठंडे पानी की बाल्टी डाल ही देती..!"

 

फिर अरु को बेड पर अंगदाई लेने लगी जिसे देख जानवी उस से कहा, "उठ गई महारानी जी तो अब अपने बेड से उठ जाइए और बाथरूम मे जाकर तेयार हो जाइए नही तो हम फिर से क्लास के लिए लेट हो जायेंगे..!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन, अरु ने उस से इतराते हुए उस से कहा, "अब महारानी का दर्जा दे ही दिया तो दासी जानू जी जाइए जाकर महारानी अरु के लिए बाथरूम में गर्म पानी का इंतजाम करा जाए जिस से आप की महारानी अरु कॉलेज के लिए तैयार हो सके.!"

 

अपनी दोस्त अरु की बात सुन कर, उस की दोस्त जानवी को गुस्सा आ गया और उस ने अरु से कहा, "तूने मुझे दासी कहा, रुक अभी बताती हूं तुझे, बड़ी आई महारानी बनने वाली..!"

 

ये बोलकर जानवी, अरु को पकड़ने के लिए उस की तरफ भागी तो अरु झट से अपने बेड पर से कूद कर बाथरूम में घुस गाई, जिस से उस की दोस्त जानवी अपना पैर पटकते ही रह गई..!

 

और कुछ देर के बाद अरु ने अपना बाथरूम का दरवाजा खोल कर देखा तो उस की दोस्त जानवी ने अरु को देख कर उस पर टोंट मारते हुए उस से कहा, "अब क्या ले जाना रह गया आप का..!"

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।